निंदिया रानी आ जा री

ओ मेरी निंदिया रानी ,
चुपके से तू आ जा री ।
मीठे सपनों में खो जाऊँ ,
ऐसी नींद सुला जा री ।।1।।
खोकर मैं सपनों में सचमुच ,
नीलगगन में उड़ जाऊँ ।
तारों के संग खेल रचाकर ,
अपना रंग जमा जाऊँ ।।2।।
मेरा ऐसा सपन -सलोना ,
आकर तू सच कर जा री ।
ओ मेरी निंदिया रानी ,
चुपके से तू आ जा री ।।3।।
Click to rate this post!
[Total: 8 Average: 4.5]