Author: प्रमोद सोनवानी
अब तो पढ़नें जाना है
ध्यान लगाकर पढ़ना है , हमको आगे बढ़ना है । गाँव-गाँव में जा-जाकर , ज्ञान का दीप जलाना है ।।1।। जहाँ कहीं भी मिले ...भैया देखो रोबोट
भैया देखो है यह रोबोट , जादू गजब दिखाता है। बटन दबाओ तो वह झटपट , करतब अपना दिखलाता है ।।1।। इधर-उधर वह घूम-घूमकर ...निंदिया रानी आ जा री
ओ मेरी निंदिया रानी , चुपके से तू आ जा री । मीठे सपनों में खो जाऊँ , ऐसी नींद सुला जा री ।।1।। ...फिर मिलेंगे कहीं
गुलशन खिंजा बन गई तेरे जानें के बाद , हम रोये बहुत तूमको भुलानें के बाद । तेरी आरजू रही तुझे भूल जायेंगे हम ...हमको आगे बढ़ना है
मंजिल को जब है पाना , खतरों से क्यों कर डरना । बाधाओं से टकराकर , हमको है आगे बढ़ना ।।1।। आँधी हो चाहे ...श्रम करें हम
श्रम करें कुछ श्रम करें हम , तन में नव उल्लास भरें । श्रम तेज से मन पुलकित हो , ऐसा कुछ प्रयास करें ...दर्द ज्यादा है
प्यार का पहला अक्षर ही आधा है , प्यार को पानें का किसका इरादा है । उसे शायद नहीं मालूम त्याग है प्यार , ...मेहन्दी लगानें से पहले
कुछ निशानी दे अब जानें से पहले , चुन ले कुछ यादें भूल जानें से पहले । कैसे जियेंगे कुछ तदबीर बता जा , ...भारत का मुकुटमणि
कहते हैं विज्ञ देश का गौरव । चरित्रता से ही होती ।। रत्नराशि,समृद्धि-बहुलता । आदर्शता से ही होती ।।1।। सुघड़ जीवन,रीति-नीति ही । मुकुटमणि ...