Author: डॉ.शैल चन्द्रा
एक और द्रोणाचार्य
चिन्मय आज एक बड़ी प्राइवेट कंपनी में असिस्टेंट सी.ई.ओ.के पद के लिए इंटरव्यू देने आया था। अभी वो रिसेप्शन हॉल में बैठने ही वाला ...माँ का हृदय
जब से होश संभाला है तब से माँ ने मुझे कुछ न कुछ दिया है।प्यार- ममता तो वे मुझ पर लुटाती ही हैं।छोटा था ...फ्रेंड रिक्वेस्ट
कुछ मित्र आपस में बैठ कर बातें कर रहे थे। बात मित्रता पर हो रही थी। पहले मित्र ने कहा,”भई, मेँ ...आज की जरूरत
“अरे!क्या हुआ?तेरे कपड़े कैसे फट गए?” घबरा कर मम्मी ने नीतू से पूछा। नीतू ने रोते हुए कहा-“मम्मी, अभी डांस क्लास ...