साहित्य
एक और द्रोणाचार्य
चिन्मय आज एक बड़ी प्राइवेट कंपनी में असिस्टेंट सी.ई.ओ.के पद के लिए इंटरव्यू देने आया था। अभी वो रिसेप्शन हॉल में बैठने ही वाला ...माँ का हृदय
जब से होश संभाला है तब से माँ ने मुझे कुछ न कुछ दिया है।प्यार- ममता तो वे मुझ पर लुटाती ही हैं।छोटा था ...फ्रेंड रिक्वेस्ट
कुछ मित्र आपस में बैठ कर बातें कर रहे थे। बात मित्रता पर हो रही थी। पहले मित्र ने कहा,”भई, मेँ ...स्वतंत्रता प्राप्ति में महिलाओं का योगदान -रानी अवंतीबाई जी
रानी अवंतीबाई भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली वीरांगना थीं। 1857 की क्रांति में रामगढ़ की रानी अवंतीबाई रेवांचल में ...आओ कुछ पेड़ लगायें
छोड़ो सब बेकार की बातें,आओ अब कुछ पेड़ लगायें। छाया होगी,फूल खिलेंगें,फल आयेंगे सब मिल खायें।। अपनी सीमा उतनी ही है,दूजे की हो शुरू ...पढ़ते रहो पाठ प्रेम का
दो मिला तो तीन को छोड़ा,तीन मिला तो दो को। छोड़ा-छोड़ी क्यों करते हो?गलत है इसको रोको।। चार मिला तो तीन को छोड़ा,पांच मिला ...आज की जरूरत
“अरे!क्या हुआ?तेरे कपड़े कैसे फट गए?” घबरा कर मम्मी ने नीतू से पूछा। नीतू ने रोते हुए कहा-“मम्मी, अभी डांस क्लास ...