संस्मरण
संस्मरण- जीवनी-परक साहित्य का यह अत्यंत ललित एवं लघु कलात्मक अंग है | जीवन अभिव्यक्ति का यह रूप संस्मरण पर आधारित है | सस्मरण के मूल में अतीत की स्मृतियाँ निहित रहती हैं | जो व्यक्तिगत सम्पर्क का परिणाम होती हैं | संस्मरण लेखक में सहानुभूति पूर्ण ह्रदय, सूक्ष्म विश्लेष्ण क्षमता, सजीव चित्रण शक्ति और सहज स्वाभाविकता होनी आवश्यक है |
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