साहित्य
भारत का मुकुटमणि
कहते हैं विज्ञ देश का गौरव । चरित्रता से ही होती ।। रत्नराशि,समृद्धि-बहुलता । आदर्शता से ही होती ।।1।। सुघड़ जीवन,रीति-नीति ही । मुकुटमणि ...साहित्य संवाहक हरकिशोर दास का रचनाकर्म
मै जल – जल निज तप के बल से प्रभु तेरे उर के सागर से उमड़ा लाऊंगा जग के हित चिर शीतल घन मेघ ...छायावाद के गाँव में एक दिन
(पद्मश्री मुकुटधर पाण्डेय जी का गाँव) निश्चय ही किसी प्रसिद्ध साहित्यकार का गाँव एक तीर्थ स्थान के समान होता है – एक साहित्यिक तीर्थ ...